धार्मिक अनुष्ठान और सांस्कृतिक कार्यक्रम
प्रातःकाल मुख्य मंदिर में श्री पार्श्व भैरव महापूजन का आयोजन किया गया। रात्रि में विपिन पोरवाल और खुशबु कुम्भट ने भक्ति संगीत के माध्यम से श्रद्धालुओं को भाव-विभोर किया। इस वर्ष मेले का लाभार्थी परिवार स्व. उगमदेवी सोनाजी प्रागाजी संकलेचा परिवार, मैंगलवा (राजस्थान) रहा।
गुरु भगवंतों की पावन निश्रा
अनुष्ठानों में राष्ट्रसंत आचार्य चन्द्रानन सागर सूरिश्वरजी म.सा. आदि ठाणा, आचार्य कीर्तिचंद्र सूरिश्वरजी म.सा. आदि ठाणा, आचार्य कीर्तिदर्शन सूरिश्वरजी म.सा. आदि ठाणा, और भांडवपुर तीर्थोद्वारक आचार्य जयरत्न सूरिश्वरजी म.सा. की पावन उपस्थिति रही।
गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति
इस अवसर पर ट्रस्टमंडल के पदाधिकारी, जिनमें उपाध्यक्ष लुणकरण बोथरा, कोषाध्यक्ष जितेन्द्र कुमार चौपड़ा और अन्य ट्रस्टी जैसे कांतिलाल शाह, जगदीशचंद्र छाजेड़, अशोककुमार भंसाली, कैलाश मेहता आदि उपस्थित थे।
श्रद्धालुओं और प्रशासन के सहयोग से मेले का पहला दिन शांतिपूर्ण और भक्तिमय रहा। पौष दशमी मेला नाकोड़ा तीर्थ की धार्मिक गरिमा और सांस्कृतिक धरोहर को और समृद्ध करता है।
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