संविधान दिवस पर विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन: संविधान के उद्देश्यों, मौलिक अधिकारों को विस्तार से बताया


बालोतरा। राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर के निर्देशानुसार राजकीय बालक उच्च माध्यमिक विद्यालय रामसिन मूंगड़ा, बालोतरा में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बालोतरा द्वारा संविधान दिवस के अवसर पर आज शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उपस्थित विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव सिद्धार्थ दीप ने अपने उद्बोधन में कहा कि भारत का संविधान जीवित संविधान है, जो समय-समय पर समाज की आवश्यकताओं के अनुसार समायोजित होता है। उन्होंने छात्रों और शिक्षकों को संविधान के उद्देश्यों, मौलिक अधिकारों और कर्तव्यों के बारे में विस्तार से बताया।

सिद्धार्थ दीप ने मुख्य रूप से संविधान के मौलिक अधिकारों की सुरक्षा, प्रत्येक नागरिक के कर्तव्यों की महत्वपूर्ण भूमिका और न्याय, समानता और स्वतंत्रता के महत्व को रेखांकित किया। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि एक सशक्त और समृद्ध समाज के लिए संविधान का सम्मान और पालन अनिवार्य है। कार्यक्रम में छात्रों को साइबर सुरक्षा, सुरक्षित इंटरनेट उपयोग और व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा के बारे में भी जानकारी दी गई। उन्हें डिजिटल दुनिया में सुरक्षित रहने के उपायों से अवगत कराया गया और ऑनलाइन अपराधों से बचने के लिए सावधान किया गया।

इस अवसर पर विद्यार्थियों और शिक्षकों ने संविधान के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए इसे अपने जीवन में लागू करने का संकल्प लिया। कार्यक्रम की अंत में संविधान की प्रस्तावना का वाचन किया गया। जिसमें सभी ने एकजुट होकर संविधान के प्रति अपनी निष्ठा और समर्पण व्यक्त किया। कार्यक्रम के समापन पर प्राचार्य भल्लाराम ने धन्यवाद ज्ञापित किया और संविधान के प्रति सम्मान और आदर बनाए रखने का आह्वान किया।


इसी दौरान महर्षि गौतम मोंटेसरी उच्च माध्यमिक विद्यालय बालोतरा में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बालोतरा द्वारा गौरवपूर्ण संविधान दिवस को बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया। इस अवसर पर उपस्थित विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव सिद्धार्थ दीप ने अपने उद्बोधन में कहा कि भारत का संविधान जीवित संविधान है, जो समय-समय पर समाज की आवश्यकताओं के अनुसार समायोजित होता है। उन्होंने छात्रों और शिक्षकों को संविधान के उद्देश्यों, मौलिक अधिकारों और कर्तव्यों के बारे में विस्तार से बताया।

इस अवसर पर विद्यार्थियों और शिक्षकों को और एक जीवंत संविधान के महत्व, मौलिक अधिकारों, मौलिक कर्तव्यों, साइबर सुरक्षा, स्वच्छता के बारे में जागरूक किया गया। इस कार्यक्रम के माध्यम से विद्यार्थियों को संवैधानिक मूल्यों के प्रति जागरूक किया गया और उन्हें एक जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए प्रेरित किया गया। कार्यक्रम के अंत में संविधान के प्रस्तावना का वाचन किया गया एवं संविधान के प्रति सच्ची निष्ठा से जीवन व्यतीत करने की शपथ दिलवाई।

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