रक्तकोष मित्र मंडल के 7 युवाओं ने आपातकाल में किया रक्तदान


बालोतरा। रक्तकोष मित्र मंडल सेवा संस्थान के 7 युवाओं ने आपातकाल में रक्तदान कर मानवता का परिचय दिया। संस्थान अध्यक्ष पंकज सिंह डाभी ने बताया कि रक्तदान करने से दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा कम होता है। रक्तदान करने से रक्त की चिपचिपाहट कम होती है, जिससे दिल का दौरा और स्ट्रॉक का खतरा कम होता है। रक्तदान करने से कैंसर का खतरा कम होता है। रक्तदान करने से शरीर में आयरन का स्तर नियंत्रित रहता है, जिससे कैंसर का खतरा कम होता है।

कोषाध्यक्ष मोहम्मद रमजान ने बताया कि ब्लड डोनेट करने से शरीर को किसी तरह का नुकसान नहीं होता है। बस थोड़ी सी कमजोरी लगती है लेकिन अच्छी डाइट लेने से शरीर जल्दी खुद को रिकवर कर लेता है। खून देने के बाद आयरन से भरपूर चीजें जैसे- पालक, मटर, दाल, बीन्स, टोफू, हरी सब्जियां और किशमिश खाएं। इससे खून जल्दी बनता है और बॉडी रिकवर हो जाती है।

पूर्व अध्यक्ष दिनेश प्रजापत ने बताया कि मौसमी बीमारियों के चलते बालोतरा नाहटा अस्पताल ब्लड बैंक में ब्लड की भारी किल्लत रहती है ऐसे में रक्तकोष के युवा रक्तदान के लिए तत्पर रहते है। जो अपना सम्पूर्ण काम छोड़कर सेवा के लिए समर्पित रहते हैं। संस्थापक राजूराम गोल ने बताया कि रक्तकोष के युवाओं द्वारा द्वारा 7 यूनिट रक्तदान कर मानवता का परिचय दिया जो कबीले तारीफ है। गोल ने बताया की रक्तदाता खेताराम प्रजापत, जोगाराम डांगी, गेनाराम, दीपक सुखनानी, घनश्याम सेजु, सिकंदर खा, महेंद्र कुमार सहित 7 युवाओं ने आपातकाल में रक्तदान कर मानवता का परिचय दिया। रक्तदान कार्यक्रम में कल्याण सिंह सिणली, महेंद्र, मो रमजान, महेंद्र परिहार, जोगाराम डांगी, देवेंद्र राजपुरोहित, जगदीश गहड़वाल, ललित बोस, चेतन शर्मा, नरपत सिंह उमरलाई, राजूराम गोल सहित कई लोग मौजूद रहे।

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