सीएमएचओ डॉ. वांकाराम चौधरी ने बताया कि आज के दौर में मानसिक स्वास्थ्य एक बहुत महत्वपूर्ण पहलू है। आज प्रत्येक आयुवर्ग में व्यक्ति अवसाद जैसी विभिन्न मानसिक स्वास्थ्य बीमारियों से ग्रस्त रहने लगा है। लेकिन आज भी मानसिक स्वास्थ्य विषय पर लोग उतनी चर्चा नहीं कर पाते हैं और भविष्य में उनको बड़ी परेशानियों, यहां तक कि आत्महत्या करने पर उतारू हो जाते हैं। विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के दौरान जिला स्तर पर कार्यालयों, विद्यार्थियों एवं अन्य स्थानों पर चर्चा संगोष्ठियों एवं अऩ्य गतिविधियां आयोजित की जाएगी।
जिला कार्यक्रम अधिकारी विजय सिंह ने बताया कि इसके साथ ही सोशल मीडिया पर प्रभावशाली वक्ताओं के साथ इस विषय पर चर्चा का आयोजन किया जा रहा है। चिकित्सकों की मौजूदगी में कार्यस्थल पर तनाव प्रबंधन एवं विद्यार्थियों के लिए सकारात्मक मानसिक स्वास्थ्य विषय पर सत्र आयोजित किए जा रहे हैं। साथ ही विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस 10 अक्टूबर के अवसर पर विभिन्न हितधारकों की मानसिक स्वास्थ्य विषय में भूमिका विषय पर चर्चा बैठक का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान कार्य स्थल पर हस्ताक्षर अभियान भी संचालित किया जाएगा।
सीएमएचओ डॉ. वांकाराम चौधरी ने बताया कि जिले में सभी बीसीएमओ व चिकित्सा अधिकारी प्रभारियों को शिक्षण संस्थानों में मानसिक स्वास्थ्य पर वार्ता संगोष्ठी, स्लोगन, पोस्टर व निबंध लेखन तथा विद्यार्थियों के अभिभावकों से संवाद कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं।
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