उज्यारी त्रयोदशी पर लाखों श्रद्धालुओं ने जसोल मां की मोहिनी मूर्त को निहारा; शक्तिपीठ जसोलधाम में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब, मांगी खुशहाली की मन्नते
त्रयोदशी पर श्रृंगारित माजीसा की मोहिनी मूर्त
भाद्रपद त्रयोदशी के दिन भोर की वेला में माजीसा की प्रतिमा का विशेष पूजन किया गया। मन्दिर संस्थान द्वारा जसोल मां के अनन्य भक्तों की ओर से प्रतिमा को नए वस्त्रों, गहनों, फूलों से आकर्षक श्रृंगारित किया गया। जिससे दर्शनों को आने वाले भक्तों को माता की मोहिनी मूर्त के दर्शन हो सके। दर्शनों की बारी आने पर श्रद्धालु माता की मोहिनी मूर्त को निहारते नजर आए।
भाद्रपद मेले व त्रयोदशी को लेकर राणी भटियाणी मंदिर संस्थान जसोल की ओर से श्रद्धालुओं के लिए छाया, पानी, चिकित्सा व सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए। लाखों की संख्या में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए संस्थान की ओर से सीसीटीवी कैमरों से बारीकी से नजर रखी गई। जिससे हर प्रकार से नजर बनी रहे। साथ ही पुलिस प्रशासन की ओर से मंदिर परिसर में सुरक्षा के माकूल बंदोबस्त किए गए। साथ ही श्रद्धालुओं को लाइन में भी दर्शन हो सके उसी कड़ी में बड़ी स्क्रीन लगाकर दर्शन करवाए गए।
त्रयोदशी पर ढोल धमाकों के साथ हुई महाआरती
धार्मिक मान्यताओं में भाद्रपद शुक्ल त्रयोदशी का विशेष महत्त्व है। जिसके तहत मन्दिर संस्थान की ओर से महा आरती का आयोजन किया गया। पंच दशनाम जूना अखाड़ा अंतराष्ट्रीय प्रवक्ता तथा सन्त महामंडल अध्यक्ष दिल्ली (एनसीआर) एवं दुधेश्वर महादेव मंदिर (गाजियाबाद) मंहत नारायण गिरी महाराज के पावन सानिध्य में ढोल धमाकों व नगाड़ों के साथ महाआरती की गई। इस दौरान मालाणी सांस्कृतिक कला केंद्र, जसोल के स्थानीय गैर नृत्यकारों व पुष्कर से आए नगारची कलाकारों ने प्रस्तुतियां दी। मां के दर्शनों में शामिल हुए हजारों भक्तों ने आरती का लाभ लिया।
देश के कोने-कोने से पहुंचे हजारों श्रदालुओं ने मनोकामनाएं पूर्ण हाेने पर तेरस की पूर्व रात्रि ही जसोलधाम में राती जोगा दिया। संस्थान की ओर से दिए गए राती जोगा में श्रद्धालु मां की भक्ति में रंग जाए, उसी को लेकर रात्रिजोगा का आयोजन किया गया। जिसमें लोकगायक जसु खान ने मां के भजनों का गुणगान किया। साथ ही महेशाराम एंड पार्टी की द्वारा भी जसोल मां की महिमा का गुणगान किया गया। इस दौरान श्रद्धालु भी मां की ज्योत जलाकर भक्ति से सरोबार नजर आए।
जसोलधाम की ओर से मां के भक्तों को सेवा लाभ देने को लेकर संस्थान की ओर से छप्पन भोग लगाने की पहल शुरू की गई। जिसके तहत त्रयोदशी पर मां को छप्पन भोग लगाने का लाभ चामुंडेरी पाली निवासी माजीसा के परम भक्त रुक्मण बाईसा धर्मपत्नी विक्रमसिंह राव, उनकी पुत्रियों प्रियंका कंवर पृथ्वीराज सिंह पोसालिया व निवेदिता कंवर सोहनसिंह राव भीनमाल व दोहिते रुद्राक्ष जागीरदार राव परिवार चामुंडेरी ने लिया। जिन्होंने अब तक 118 बार चामुंडेरी से माजीसा के दर्शनों को लेकर जसोलधाम की पैदल यात्रा की।
त्रयोदशी पर लिया भोजनशाला में अन्न प्रसादम का लाभ
जसोलधाम में मां के भक्तों को भोजनशाला में प्रतिदिन प्रसादी का लाभ मिले उसी भाव के साथ संस्थान की पहल में अब भक्त लगातार लाभ ले रहे है। भाद्रपद त्रयोदशी पर भोजनशाला में श्रद्धालुओं के लिए भोजन प्रसादी का लाभ ठाकुर भूपतसिंह पुत्र स्वर्गीय जबरसिंह महेचा परिवार असाडा की ओर से लिया गया। भोजनशाला में एक जाजम पर मां के भक्तों को प्रसादी का लाभ मिल रहा है। सर्व समाज की आस्था के समरसता पूर्ण भावना के साथ संचालित हो रही जसोलधाम की भोजनशाला अब मां के भक्तों का अनूठा उदाहरण बन रही है।
Comments
Post a Comment