राणी रूपादे ने संसार की हर जड़-चेतन वस्तु में भक्ति दिखाकर उसे भक्तिमयी बनाया- मंत्री विश्नोई


तिलवाड़ा। रावल मल्लीनाथ व राणी रूपादे के जीवन चरित्र की पालना आज के युग में अति आवश्यक है। ये बात उधोग राज्य मंत्री केके विश्नोई ने रावल मल्लीनाथ राणी रूपादे संस्थान, तिलवाड़ा की ओर से भाद्रपद बीज मेले के मुख्य कार्यक्रम में कही। उन्होंने कहा कि इसकी सार्थकता तभी होती है जब मनुष्य मन, वचन, बुद्धि और कर्म से शुद्ध और पवित्र बन कर सेवा कार्य करता है। मंत्री विश्नोई ने कहा कि मैं स्वयं माता रूपादे जी का भक्त हूं। समय-समय पर क्षेत्र के इतिहास से भी रूबरू होते हुए उसका अध्ययन किया है। उन्होंने कहा कि धर्म कठिन है, लेकिन सत्य पर चलने से वह सरल भी है। जिसकी राह संत शिरोमणि राणी रूपादे द्वारा बताए मार्गों पर चलने से ही संभव है। राणी रूपादे ने संसार की हर जड़-चेतन वस्तु में भक्ति दिखाकर उसे भक्तिमयी बना दिया था।

रावल मल्लीनाथ राणी रूपादे संस्थान अध्यक्ष रावल किशन सिंह जसोल ने कहा कि रावल मल्लीनाथ व राणी रूपादे ने जो आदर्श स्थापित किए और उनके बताए हुए मार्ग व पदचिह्नों पर चलने से प्रत्येक व्यक्ति का कल्याण संभव है। उन्होंने कहा कि महेचा राठौड़ो का इतिहास पर लिखी पुस्तक इतिहास के खजाने की अमूल्य कड़ी है। सच्चे इतिहास को जानने का परिश्रम डॉ. हुकुमसिंह भाटी ने लिखा है। जिससे आने वाली पीढ़ी को अपने इतिहास की जानकारी मिल सकती हैं। आज इतिहास की कड़ियों को संझौने का समय है। आज के बदलते परिवेश में हम सब कुछ भूल रहे है। साथ ही कहा कि राणी रूपादे ने जो सामाजिक समरसता का पथ दिखाया है। यहां कोई भी जाति-पांति का आकर दर्शन करता है। साथ ही भोजन भी सबके साथ बैठ कर ग्रहण करता हैं। उन्होंने कहा कि इस मंदिर में समस्त महेचा परिवार के प्रत्येक घर से ईंट लगी है। जो उनके श्रद्धा व विश्वास का केंद्र है। रावल मल्लीनाथ और राणी रूपादे जिस कुल और क्षेत्र में पैदा हुए है व अपने आप में गर्व करने योग्य है। राणी रूपादे का जीवन चरित्र प्राणीमात्र के लिए प्रेरणादायक और कल्याणकारी है।


रूपादे की भक्ति के गीतों पर झूमे श्रोता

भादवा बीज के उपलक्ष में रावल मल्लीनाथ राणी रूपादे संस्थान द्वारा मालाणी के संस्थापक व मालाणी के महादेव संत शिरोमणि रावल मल्लीनाथ और राणी रूपादे के नाम भव्य जागरण का आयोजन किया गया। जिसमें राष्ट्रवादी भजन गायक प्रकाश माली ने महान संत रावल मल्लीनाथ और राणी रूपादे के भजनों की सरिता बहाई। गायक प्रकाश माली ने रावल मल्लीनाथ व राणी रूपादे के वंश परिचय, जीवन दर्शन और उनके द्वारा भक्ति व शक्ति के मार्गों का गुणगान किया। साथ ही भजन गायक रणवीर सिंह राठौड़ ने जैसल तोरल प्रसंग, राणी रूपादे की वाणी व वेल, गुरु उगमसी भाटी की वाणी व वेल, रावल मल्लीनाथ के दोहे व राणी रूपादे की साखी का बखान किया। भजन गायक महेशाराम एंड पार्टी ने प्रभाती आरती के पश्चात् भजनों की प्रस्तुतियां दी जिसे सुनकर भक्त झूमने पर मजबूर हुए। पालिया धाम में कार्यक्रम के दौरान भोजन प्रसादी का लाभ हेमसिंह सुपुत्र स्वर्गीय अमरसिंह महेचा बुड़ीवाड़ा ने लिया। तथा रात्रि भजन संध्या का लाभ विक्रमादित्य सिंह पुत्र मोहनसिंह महेचा बुड़ीवाड़ा ने लिया।


इनका रहा पावन सानिध्य व बढ़ाई कार्यक्रमों की गरिमा

भादवा बीज के इस भव्य एवं दिव्य कार्यक्रमों में पीरजी प्रेमनाथ महाराज (सिरे मंदिर, जालौर), गोपालराम महाराज (गुरुमंछ गौशाला, सिवाना), महंत जिलेश्वर भारती (सिमालिया) का सानिध्य रहा तथा इतिहासकार डॉ. रविन्द्र कुमार शर्मा, डॉ. शिवकुमार भनोट, लेखक डॉ. हुकुमसिंह भाटी ने महेचा राठौड़ों के इतिहास की महत्वपूर्ण जानकारियां दी।

यह रहे मौजूद

इस शुभ अवसर पर पचपदरा विधायक अरुण चौधरी, सिवाना विधायक हमीरसिंह भायल, शिव विधायक रविन्द्रसिंह भाटी, पूर्व सांसद मानवेन्द्रसिंह जसोल, बाड़मेर रावत त्रिभुवन सिंह, पूर्व राजस्व मंत्री अमराराम चौधरी, संस्थान सचिव सुमेरसिंह वरिया, समिति सदस्य कुं. हरिश्चन्द्रसिंह जसोल व भाजपा नेता खुमानसिंह सोढा बालासर, गिरधर सिंह कोटड़ा, कोटड़ा राणा नरेन्द्र प्रताप सिंह, गजेंद्रपालसिंह पोषाणा, सिद्धार्थसिंह रोहिट, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष (बाड़मेर) स्वरूपसिंह खारा, भाजपा जिलाध्यक्ष (बालोतरा) बाबुसिंह राजगुरु, प्रकाशसिंह (भदरु) अतिरिक्त आयुक्त परिवहन विभाग (जोधपुर), सार्वजनिक निर्माण विभाग अधिशाषी अभियन्ता मुकेश जोशी, नगर परिषद सभापति (बालोतरा) सुमित्रा जैन, पूर्व सभापति प्रभा किशोर सिंघवी एवं मालाणी क्षेत्र के प्रबुद्धजनों सहित अनन्य धर्मप्रेमी व भक्तगण मौजूद रहे।

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