मोतियां वाली मां भटियाणीसा, भक्तों रे मनडे विराजो; जसोलधाम में हजारों श्रद्धालुओं ने दिया राति जोगा, भोर तक भजनों का रसपान कर झूमे श्रोता
उसके बाद लोक गायक जसु खान ने मां के रात्रि जागरण में आवो पधारो म्हारा माजीसा, माजीसा कठे रे सोया रे सुख भरी नींद में, मोरुड़ा जसोल गढ़ में बोल्यो रे भजनों की प्रस्तुति दी। साथ ही भजन गायक विष्णु प्रजापत एवं कुटले खां ने अपनी सुमधुर वाणी से भक्तों को रूबरू करवाया। और स्थानीय भजनी हेमाराम मेघवंशी व तेजाराम दमामी ने भी राति जोगा में अपनी प्रस्तुति दी।
अन्नपूर्णा प्रसादम लाभ
मंदिर संस्थान द्वारा शुरू की गई अन्न पूर्णा प्रसादम लाभ योजना के तहत भाद्रपद शुक्ल पक्ष चतुर्दशी को भोजन प्रसादी (अन्नपूर्णा प्रसादम) का लाभ राणूमल सुपुत्र प्रबूमल चौधरी निवासी-अमरकोट, राज्य-सिंध (पाकिस्तान) द्वारा लिया गया।
ढोलों की धमक, थाली की टंकन, नगाड़ों की सुरली ताल व गेरियों की दमक के साथ जब जसोल मां की आरती उतारी गई तो सारा जहां को देखने लायक था। आरती में मौजूद श्रद्धालुओं के जयकारों से मन्दिर गुंजयमान रहा।
रातिजोगा को लेकर श्रद्धालुओं ने की सराहना
जसोलधाम में दर्शनों को लेकर आने वाले हजारों श्रद्धालुओं की आस्था मां में निहित होती है। उसी के चलते त्रयोदशी पर मां राणीसा भटियाणीसा के दर्शनों बाद उनके नाम का रात्रि जागरण दिया जाता है। राति जागरण का आयोजन जसोल मन्दिर परिसर में नही होने के चलते श्रद्धालुओं को हर बार परेशानी होती थी। जिसको देखते हुए मन्दिर संस्थान प्रांगण में रातिजोगा का आयोजन किया गया। जहां बैठकर हजारों श्रद्धालुओं ने मां के नाम रात्रि जागरण दिया। और संस्थान का आभार जताया।
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