दिव्यांग बच्चों के गरिमापूर्ण जीवन के लिए उनको समाज की मुख्य धारा में जोड़ना आवश्यक हैं- सिद्धार्थ दीप
जिला विधिक सेवा प्राधिरकण सचिव सिद्धार्थ दीप ने बैठक में विशेष रूप से सक्षम बच्चों के प्रतियोगिताओं के सफल आयोजन के दिशा-निर्देश दिए। दीप ने बताया कि दिव्यांग बच्चों के गरिमापूर्ण जीवन के लिए उनको समाज की मुख्य धारा में जोड़ना आवश्यक हैं, इसी क्रम में राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर द्वारा विधिक सेवा दिवस पर विशेष योग्यजन के उत्साह वर्धन हेतु खेलों का आयोजन किया जा रहा हैं। साथ ही दीप ने बताया कि दिव्यांग को चार श्रेणियों में विभाजित किया गया हैं कि जो शारीरिक दिव्यांगता, बौद्धिक दिव्यांगता, एवं दृश्य-श्रव्य दिव्यांगता शामिल हैं। इस प्रतियोगिता में सरकारी, गैर सरकारी एवं स्पेशल विद्यालय के विद्यार्थी जो कि आयु 8 वर्ष से 18 वर्ष तक की आयु के हैं भाग ले सकेंगे।
बैठक में ओनलाइन वीसी के माध्यम से बाड़मेर जिला शिक्षा अधिकारी, एवं अध्यक्ष महिला मण्डल बाड़मेर शामिल हुए एवं जिला शिक्षा अधिकारी, सामाजिक सुरक्षा अधिकारी, सचिव वरिष्ठ सेवा संस्थान एवं वरिष्ठ अध्यापिका डाॅ. रामेश्वरी चैधरी उपस्थित रहें।
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