रेनबो ई-स्मार्ट स्कूल ने श्रद्धापूर्वक मनाया हेमू कालाणी का बलिदान दिवस
बालोतरा। महज 19 वर्ष की उम्र में शहीद होने वाले अमर शहीद हेमू कालाणी का 80वां बलिदान दिवस शनिवार को रेनबो ई-स्मार्ट स्कूल में श्रद्धापूर्वक मनाया गया। संस्था प्रधान इंदु आसुदानी ने बताया कि रेनबो ई-स्मार्ट के विद्यार्थियों ने शहीद हेमू कालाणी की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी।
स्कूल डायरेक्टर चंद्रप्रकाश आसुदानी ने हेमू कालाणी की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हेमू कालाणी का जन्म 23 मार्च 1923 सिंध के सक्खर में हुआ था। भारत को विदेशी शासन से मुक्त कराने के लिए जिन वीर सपूतों ने अपना बलिदान दिया, उनमें क्रांतिकारी अमर शहीद हेमू कालाणी भी थे, जो 21 जनवरी 1943 को मात्र 19 वर्ष की उम्र में शहीद हो गये थे।
उन्हें सक्खर की मार्शल ला कोर्ट ने देशद्रोह के अपराध में 19 वर्ष कुछ माह होने के कारण हेमू कालाणी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। अनुमोदन के लिए निर्णय सिंध के हैदराबाद स्थित सेना मुख्यालय के प्रमुख अधिकारी कर्नल रिचर्डसन के पास भेजा गया। ब्रिटिशराज का खतरनाक शत्रु करार देते हुए कर्नल रिचर्डसन ने हेमू कालाणी की सजा को फांसी में बदल दिया। 21 जनवरी, 1943 को प्रात: 7 बजकर 55 मिनट पर हेमू कालाणी को फांसी पर लटकाया गया।
इस दौरान रवीना गोस्वामी, नेहा बेलानी, कृष्णा गोस्वामी, कृष्णा माहेश्वरी, निशा सोनी, योगिता सैन, अंजू गौड़, काजल सैन, रेखा सोनी, दिव्या सोनी, ममता पालीवाल, किरण चंडक, संगीता आदि मौजूद रहें।
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