जिला अस्पताल के लिए चिह्नित जगह बदलने की मांग का ग्रामीणों ने जताया विरोध: पूर्व राजस्व मंत्री चौधरी का फूंका पुतला, सौंपा ज्ञापन

जिला अस्पताल के लिए चिह्नित जगह बदलने की मांग का ग्रामीणों ने जताया विरोध: पूर्व राजस्व मंत्री चौधरी का फूंका पुतला, सौंपा ज्ञापन


बालोतरा। निकटवर्ती पचपदरा में शनिवार को आमजन ने जिला अस्पताल के लिए चिह्नित जगह बदलने की मांग का विरोध जताया है। वहीं विकास कार्यों में बाधा डालने का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने पूर्व राजस्व मंत्री अमराराम चौधरी का पुतला फूंका और मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा।

ज्ञापन में बताया कि हम सब आमजन पचपदरा, मण्डापुरा, गोपडी, भांडियावास व पंचायत समिति कल्याणपुर पाटोदी की राजस्थान सरकार द्वारा स्वीकृत जिला अस्पताल बालोतरा के लिए हम राजस्थान का आभार व्यक्त करते है लेकिन कुछ विकास विरोधी लोगों द्वारा इस कार्य को रोकने के उद्देश्य से इस अस्पताल को विवाद में डालने कि मंछा से जिला अस्पताल जो जेरला में बनाने हेतु पूर्व में जमीन भी आवंटन की जा चुकी है लेकिन कुछ बीजेपी के लोगों द्वारा इस स्थान को बदलकर दूसरी जगह पर लगाने कि मांग को लेकर उपखण्ड अधिकारी बालोतरा को ज्ञापन दिया गया जो हम लोगों के साथ कुठाराघात है।

वहीं बताया कि जिस स्थान पर जिला अस्पताल तय किया गया है वह स्थान बालोतरा शहर पचपदरा रिफाइनरी क्षेत्र के लिए उपयुक्त है इन विकास विरोधी लोगों द्वारा मांग कि जा रही हैं वह स्थान लुनी नदी के बहाव क्षेत्र के पास हैं यदि लुनी नदी में बाढ़ आती हैं तो इस अस्पताल कि सुविधा से सम्पुर्ण बालोतरा शहर, पचपदरा, रिफाइनरी क्षेत्र व पंचायत समिति कल्याणपुर, पाटोदी, बायतु के लोगों का अस्पताल तक पहुंचना असंभव हो जाएगा। इसलिए अस्पताल को जेरला गांव में ही बनाना उचित हैं।


वहीं बताया कि जेरला गांव सामाजिक दृष्टि से जोधपुर व बाड़मेर जिला मुख्यालय से सीधा जुड़ा हुआ है तथा रिफाइनरी क्षेत्र से मात्र 12 किलोमीटर पर स्थित है जिससे गंभीर मरीजों को कम समय में जिला अस्पताल तक लाया जा सकता है इसलिए जेरला में बनाना उचित है।

वहीं जिस स्थान पर जिला अस्पताल बनाना तय किया है उस स्थान पर प्रयाप्त सरकारी भूमि उपलब्ध है जो पूर्व में अस्पताल हेतु आवंटन कि जा चुकी हैं तथा बजट भी स्वीकृत किया जा चुका हैं इन विकास विरोंधी लोगों द्वारा विकास कार्य को रोकने के उदेश्य से पोपरगेडा किया जा रहा है जो गलत है तथा जन विरोधी है।

इस दौरान मण्डापुरा सरपंच डालाराम प्रजापत, उपप्रधान गोविन्दराम खारवाल, मण्डापुरा उप सरपंच नसार खां, रामबाबू अरोड़ा, अमित सिंह राठौड़, नीरज सिसोदिया, शैतान सिंह खारवाल, महेश खारवाल, खारवाल समाज अध्यक्ष कमलेश खारवाल, पारसमल खारवाल आदि मौजूद रहे।

Comments