जैन तीर्थ सम्मेत शिखरजी को पर्यटन स्थल नही बनने देंगे- बांठिया
बालोतरा। भारतीय जनता पार्टी प्रदेश कार्यसमिति सदस्य गणपत बांठिया ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृह मंत्री अमित शाह को पत्र प्रेषित कर विश्व विख्यात जैन तीर्थ सम्मेत शिखरजी को पर्यटल स्थल घोषित करने का विरोध करते हुए पर्यटन स्थल लिस्ट में नहीं लेने की मांग की है।
भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य गणपत बांठिया ने प्रधानमंत्री व गृहमंत्री को प्रेषित पत्र में अगवत करवाया कि सम्मेत शिखरजी जैन धर्म के तीर्थंकरों का बहुत बड़ा तीर्थ है पहाड़ों पर दर्जनों तीर्थंकरों के मंदिर है जैन धर्म में आस्था रखने वाले लोगों व जैन धर्म के अनुयायियों और करोड़ों लोगों की धार्मिक आस्था है। हाल ही में इस तीर्थ को पर्यटन स्थलों की सूची में जोड़ा गया है इससे इस धार्मिक तीर्थ में आस्था रखने वाले लोगों में आक्रोश उत्पन्न हो गया है।
उन्होंने बताया कि झारखंड स्थित सम्मेत शिखरजी जैन समाज के प्रमुख स्थानों में से एक है। केंद्र और प्रदेश ने उसे पर्यटन स्थल घोषित कर दिया है। शिखरजी जैन समाज का तीर्थ है, इसलिए उसे तीर्थ स्थान के रूप में ही डेवलप किया जाए। उसे पर्यटन का स्थल नहीं बनाना चाहिए। अतः इस तीर्थ को पर्यटन स्थल नहीं बनाया जाए ,यदि सम्मेत शिखरजी को पर्यटन स्थल की सूची से शीघ्र ही नहीं हटाया तो सम्पूर्ण जैन समाज मे रोष व्याप्त हो जाएगा व जगह जगह विरोध झेलना पड़ेगा। सम्मेत शिखर जी जैन समाज की आस्था का केंद्र है। हम समाज जन सरकार से आग्रह करते हैं कि हमारे तीर्थ स्थल को पर्यटन स्थल घोषित न करें। उन्होंने पत्र के माध्यम से आग्रह किया कि पर्यटन स्थल की सूची से सम्मेत शिखरजी को हटवा कर जैन धर्म के लोगों की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करें।
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