नवसृजित जसोल पुलिस थाने का उद्घाटन: 22 की नफरी स्वीकृत, 42 गांवों की सुरक्षा के लिए नया थाना शुरू

नवसृजित जसोल पुलिस थाने का उद्घाटन: 22 की नफरी स्वीकृत, 42 गांवों की सुरक्षा के लिए नया थाना शुरू

रिपोर्टर योगेश सोनी @बालोतरा


बालोतरा। उपखंड क्षेत्र के जसोल में चौकी से थाने में कमोन्नत होने के बाद शुक्रवार को पचपदरा विधायक मदन प्रजापत, पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव, पुलिस उप अधीक्षक धनफूल मीणा, बालोतरा पंचायत समिति प्रधान भगवत सिंह जसोल, सरपंच ईश्वर सिंह ने फीता काटकर उद्घाटन किया। उद्घाटन समारोह में विधायक ने कहा कि जसोल कस्बे में पुलिस थाने की सख्त जरूरत थी। तथा जसोल में नया पुलिस थाना स्थापित करवाने का मेरा लक्ष्य था जो आज पूरा हो गया। हमारी प्रथम प्राथमिकता है अपराध घटे और आमजन सुखी रहे। वहीं विधायक ने क्षेत्रवासियों को चौकी से थाने में कमोन्नत होने पर बधाईयां दी।

थानाधिकारी ने किया पदभार ग्रहण

नए पुलिस थाने का पंडितों के वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच समारोह पूर्वक विधिवत उद्घाटन किया गया। वहीं उद्घाटन समारोह के दौरान मुख्य अतिथि पचपदरा विधायक मदन प्रजापत, बाड़मेर पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव, पुलिस उप अधीक्षक धनफुल मीणा की मौजूदगी में नए पुलिस थाने का फीता काटकर विधिवत उद्घाटन किया गया। इस दौरान जसोल में स्थापित हुए नए पुलिस थाने का इंचार्ज बनने पर थानाधिकारी डिम्पल कंवर को शुभकामनाएं दी। इसी दौरान बाड़मेर पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने कहा कि वर्तमान में बाड़मेर जिले सहित आसपास के क्षेत्र में मादक पदार्थ, चोरी की घटना अत्यधिक हो रही है उसको लेकर बाड़मेर पुलिस प्रशासन सतर्क हैं। इस पर जल्द अंकुश लगाया जाएगा। वहीं जसोल नवीन थानाधिकारी डिंपल कंवर अब अपनी अहम भूमिका निभाते हुए इन सभी अपराधों, चोरी की घटनाओं, मादक पदार्थ पर गंभीर कदम उठाकर इन पर अंकुश लगाएंगे।

पुलिस थाने का विधिवत उद्घाटन, 22 की नफरी स्वीकृत

फिलहाल नए थाने में 22 की नफरी स्वीकृत की गई हैं। पहले जसोल में पुलिस चौकी ही थी। औद्योगिक क्षेत्र व मेघा हाइवे से सटा होने के साथ दुर्घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है। रात के समय अपराधियों के धरपकड़ के लिए पुलिस चौकी के हिसाब से इतने संसाधन उपलब्ध नहीं थे। यहां तक कि पुलिस चौकी होने के बावजूद वाहन तक नहीं था। नया थाना बनने से यहां 22 की नफरी स्वीकृत की गई है। नए थाने को चौपहिया वाहन भी उपलब्ध हो चुका है। पहले चौकी के हिसाब से गिने चुने पुलिस के जवान ही कार्यरत थे। नफरी बढ़ने से गांवों में घटित होने वाली अपराधिक प्रवृत्तियों की रोकथाम के लिए समय पर पुलिस बंदोबस्त किया जा सकेगा। हालांकि वर्तमान में जसोल के नए थाने में थानाधिकारी समेत कुल 22 की नफरी तैनात की गई है।

उपखंड में हो गए चार थाने

जसोल कस्बे में नया पुलिस थाना बनने से अब बालोतरा थाने के अधीन गांवों को नए पुलिस थाने से जोड़ने के कारण पुराने थाने के कार्य का बोझ काफी हद तक हल्का हो जाएगा। पहले बालोतरा पुलिस थाने के अधीन कई गांवों के काम काज का बोझ था। जसोल में बने नए पुलिस थाने के अधीन अब 42 गांव रहेंगे। साथ ही अब बालोतरा उपखंड क्षेत्र में थानों की संख्या चार हो गई है। इससे प्रत्येक थाने के हल्का क्षेत्र के गांवों की लम्बी दूरिया कम होगी तो पुलिस समय पर पहुंच पाएगी।

42 गांवों की सुरक्षा के लिए जसोल में नया थाना शुरू

राज्य सरकार की ओर से की गई घोषणा के बाद जिले के बालोतरा उपखंड के जसोल में नया थाना शुरू हो गया है। विधायक मदन प्रजापत व पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव की उपस्थिति में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ शुक्रवार को थाने का विधिवत संचालन शुरू किया गया। इस जसोल थाना क्षेत्र में बालोतरा उपखंड क्षेत्र के 42 गांवों को शामिल किया गया है। ऐसे में इस जसोल थाना पुलिस पर अब 42 गांवों की सुरक्षा की जिम्मेदारी है।

इस दौरान मेवानगर सरपंच श्याम सिंह, नगर परिषद प्रतिपक्ष नेता महबूब खान सिंधी, केवलचंद सोलंकी, माणक गहलोत, माजीवाला संरपच केवल सिंह, सोहन सिंह तिलवाड़ा, शोभसिंह, नारायण सिंह, मोहन सिंह, भवंरलाल भंसाली, राजेंद्र छाजेड़ आदि उपस्थित थे।

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