सड़क की घटिया क्वॉलिटी पर भड़के मंत्री चौधरी, ईमानदारी से जांच करके आए, वरना खाल खींच लूंगा

गुस्साए मंत्री ने कलेक्टर से कहा कि मामले की ढंग से जांच करवाना और ठेकेदार और एक्सईन के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होने कहा कि जो भी जांच करने जाए, वो पूरी ईमानदारी से जांच करके आए, वरना खाल खींच लूंगा।

रिपोर्टर योगेश सोनी @बालोतरा


बाड़मेर।
केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी का गुस्सा भड़क गया घटिया क्वॉलिटी की सड़क पर भड़कते हुए मंत्री ने भरी मीटिंग में खाल खींचने की बात कह डाली। उनके इस बयान का वीडियो वायरल हो रहा है। असल में केन्द्रीय कृषि एवं कृषि कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी डिस्ट्रिक्ट डेवलपमेंट कोऑर्डिनेशन एंड मॉनीटरिंग कमेटी (दिशा) की बैठक कर रहे थे। इस दौरान घटिया सड़क निर्माण पर वह सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों पर जमकर बरसे।

समीक्षा बैठक के दौरान पूर्व राजस्व मंत्री अमराराम चौधरी ने पचपदरा विधानसभा क्षेत्र के जानियाना से लेकर सिरडाली के बीच प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनी 20 किलोमीटर लंबी सड़क के घटिया निर्माण का आरोप लगाया। भाजपा नेता का आरोप था कि सड़क बनने के एक महीने के भीतर ही पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गयी। उन्होंने कहा कि ठेकेदार प्रभावशाली है और उसने खुद काम करने के बजाय किसी ओर को आगे काम सौंप दिया। साथ ही ज्यादा कमाई के चक्कर में किसी ने सड़क की गुणवत्ता का ध्यान नहीं दिया।

मंत्री बोले, ध्यान रखना, वरना पूरी खाल खींच लूंगा

बैठक के दौरान गुस्साए मंत्री ने कहा कि मामले की ढंग से जांच करना और ठेकेदार और एक्सईन के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होने कहा कि जो भी एईइन एक्सईन जांच करने जाए, वो पूरी ईमानदारी से जांच करके आए, वरना पूरी खाल खींच लूंगा, ध्यान रखना मंत्री ने अधिकारियों से सवाल किया कि गुणवत्ता की जांच किए बिना उन्होने रोड को अप्रूव कैसे कर दिया। अगर इतनी घटिया सड़क को अप्रूव किया है, इसका मतलब सब मिले हुए हैं। बैठक के दौरान पहले तो मंत्री ने सार्वजनिक निमार्ण विभाग के अधिकारियों को मामले की जांच के लिए कहा, लेकिन बाद में बैठक में मौजूद कलेक्टर को उपखण्ड अधिकारी से मामले की जांच करने का कहा। मंत्री के निर्देश के बाद कलेक्टर ने घटिया सड़क निर्माण की जांच करने के लिए कमेटी का गठन किया।

मंत्री बोले-सब मिले हुए हैं

मामले को गंभीरता से लेते हुए केन्द्रीय मंत्री ने कहाकि ऐसा लगता है कि सब मिले हुए हैं। उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत के बिना ठेकेदार ऐसा घटिया निर्माण नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि जब प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में सड़क की पांच साल की गांरटी है, तो सड़क एक महीने में ही कैसे टूट गई। उन्होंने मामले की जांच करवाने और ठेकेदार के साथ ही संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

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