रक्तदान मानवता का सबसे बड़ा धर्म है: उमरलाई

रक्तदान मानवता का सबसे बड़ा धर्म है: उमरलाई

रिपोर्टर योगेश सोनी @बालोतरा

बालोतरा। राजकीय नाहटा चिकित्सालय में रक्तकोष मित्र मंडल सेवा संस्थान द्वारा संस्थान के सदस्य रक्तवीर शकरसिंह जनियाना के जन्मदिन पर रक्तदान कर जन्मदिन मनाया।


सदस्य राजूराम गोल ने बताया कि राजकीय नाहटा चिकित्सालय में जन्मदिन पर शंकरसिंह जानियाना व तिलोक प्रजापत जसोल ने रक्तदान कर मानवता की मिशाल पेश की। रक्तकोष मित्र मंडल सेवा संस्थान हमेशा जरूरतमंदो के सेवा में रहती है। हर सदस्य के जन्मदिन पर फिजूल खर्चे को रोककर रक्तदान शिविर, गरीब बच्चों को फल बिस्कुट आदि वितरण करना जैसे अन्य कई कार्य कर मानवता के लिए हमेशा आगे रहती है।

भाजपा युवा मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष व संस्थान के सक्रिय सदस्य नरपतसिंह उमरलाई ने कहा कि रक्तदान मानवता का सबसे बड़ा धर्म है। रक्तदान कभी भी किसी जरूरतमंद की जान बचा सकता है। उमरलाई ने कहा कि रक्तदान के लिए युवाओं को जागरूक करने का अभियान चलाने की आवश्यकता है। दुनियां की हर वस्तु का निर्माण फैक्ट्रियों में किया जा सकता है लेकिन रक्त का निर्माण जीवित व्यक्ति के शरीर में ही हो सकता है।

शंकरसिंह जानियाना ने कहा कि जन्मदिन पर होने वाले फिजूल खर्चे को न करके मानवता का फर्ज निभाते हुए रक्तदान करने का फैसला लिया।जो जरूरतमंदों के लिए जीवनदान बन सके। में 7 वी रक्तदान कर अपने आपको शोभाग्य शाली समझता हूं।

इस दौरान ब्लड बैंक प्रभारी टेक्निशियन प्रदीप राव, धर्मपालसिंह पारलु, मोहम्मद रमजान, वार्ड पंच प्रतिनिधि रामसिंह जानियाना, दशरथ परिहार शिव शक्ति टिम्बर, परबतसिंह मनोहरसिंह जानियाना, विक्रमसिंह कुशीप, कल्याणसिंह सिनली, नरपत मेघवाल सहित कई युवा मौजूद रहे।

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