रिपोर्टर योगेश सोनी @बालोतरा
बालोतरा। संसाधनों की भरमार होने के बावजूद शहर को सफाई की दरकार है। जिम्मेदारों में इच्छाशक्ति का अभाव शहर को साफ सुथरा रखने में बाधा बन रहा है। इसी का परिणाम है कि साल दर साल शहर स्वच्छता के राष्ट्रीय अभियान में लगातार पिछड़ रहा है।
शहर के मुख्य मार्गो पर कचरों का ढेर
शहर कचरे से पटा रहता है। सार्वजनिक मार्ग सहित गली कूचे मोहल्ले तक कूड़े से पटे रहते हैं। नगरपरिषद में सफाईकर्मियों की मौजूदगी और कूड़ा उठान के लिए पर्याप्त संसाधन होने के बावजूद शहर कुप्रबंधन की वजह से गंदगी के ढेर पर है।
नहीं हो पाई नालों की सफाई:
शहर के वार्ड 12 के मुख्य मार्ग, जाह्नवी हॉस्पिटल के पास, भगतसिंह सभा स्थल के पास नालों की साफ-सफाई अव्यवस्थित है। यह सब कचरे से लगभग पटने की स्थिति में है, और नालों का पानी निकासी ना होने से सीधे पानी घरों में घुस रहा है, इनकी वार्षिक सफाई तक नहीं की जाती है। परेशान वार्डवासियों ने कई बार सभापति, आयुक्त, और नगरपरिषद के कर्मचारियों को अवगत करवाया उसके बावजूद भी नगरपरिषद प्रशासन से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई।
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