पैर में फैक्चर, आग की लपटें, फिर भी जान जोखिम में डालकर मदद की
खुद बस में सवार हसमुख चौपड़ा ने भी जान जोखिम में डालकर मदद की
रिपोर्टर योगेश सोनी @बालोतरा
बालोतरा। पचपदरा भांडियावास सड़क हादसे में बालोतरा निवासी हसमुख चौपड़ा व नवनीत भाटिया भी उसी बस में सवार थे, जिस समय हादसा हुआ तो हसमुख के भी पैर फैक्चर हो गया, ये दोनों भी रियल हीरो है खुद घायल थे, पैर में फैक्चर हो गया था, आग की लपटें आ रही थी, बस के कांच भी इन दोनों ने ही तोड़े है, फिर भी इन दोनों ने बस में से घायल सवारियों को बाहर निकाल कर नई जिंदगी दी है,
इतना ही नही एक बहन के पूरे कपड़े जल व फट गए थे इन दोनों बहादुर भाईयो ने अपनी टीशर्ट देकर मानवता का परिचय दिया, ये दोनों अब विश्नोई हॉस्पिटल में भर्ती है।
मानवता के इस जज्बे को DAILY BALOTRA NEWS सलाम करता है।
भांडियावास सड़क हादसे के रियल हीरो हसमुख चौपड़ा की कुछ यही कहानी है। मित्र नवनीत ने उसका बखूबी साथ निभाया।
दीपावली पर्व के बाद कारोबार काम से हसमुख व मित्र नवनीत दोनो साथ में जोधपुर के लिए निकले। स्लीपर बस के नीचे की सीट पर साथी नवनीत भाटी व अन्य युवक के साथ बैठा वह चर्चा कर रहा था। इस दौरान जोर से हुए धमाके पर यात्री एक दूसरे पर धड़ाम से गिर पड़े। मुश्किल से संभले हसमुख ने देखा तो सिर, मुंह से खून बह रहा था। वही चोट लगने से पैर में दर्द हो रहा था। तुरंत रुमाल से सिर को बांध मोबाइल ढूंढने की कोशिश की, लेकिन नही मिला। इतने से समय में बस सुलग उठी। सुध-बुध खो बैठे दोनों साथियों ने पहले हाथों से शीशे तोड़ने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हुए। दो खिड़कियों के शीशे टूट गए। इतने में आगे वाले भाग में आग भभक चुकी थी। दोनो ने तुरंत आगे की सीट पर बैठे एक दंपति के बच्चे को उनसे इसे लेकर बाहर खड़े लोगों को सौपा। गंभीर चोटिल व्यक्ति से उठा नही जा रहा था। उसकी पत्नी ने उसे खड़ा कर खिड़की से बाहर किया। इसके बाद वह स्वयं कूदी। इसके बाद बगल में बैठे युवा व फिर तमिलनाडु निवासी एक महिला कूदी। सामान ढूंढ रहे एक यात्री को इन्होंने डांट कर बाहर निकाला। दूसरी ओर आग तेजी से बढ़ती जा रही थी। लेकिन इन्होंने हिम्मत नही खोई। इसके बाद दोनो साथी बारी बारी से खिड़की से कूदे। लेकिन पैर फैक्चर होने पर हसमुख से उठा नही जा रहा था। इन्होंने देखा की पहली खिड़की में सुधबुध खोई एक युवती बीच में लटकी हुई है। हसमुख ने झूल रही माफी देवी को नीचे उतारा।
कई बार आभार जता चुकी है माफी देवी
समीप कक्ष में उपचार ले रही माफी देवी का जीवन बचाने पर कई बार उसका व उसके साथी का आभार जता चुकी है। अस्पताल में उपचार ले रहे दोनो साथी दर्द के बावजूद बहुत खुश नजर आ रहे हैं। इसके साथ ही परिवार के सदस्यों की भी इसकी बहुत खुशी है।
So proud both of you
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