जोगसन के जन्मदिवस पर रक्तदान शिविर का आयोजन, 51 युवाओं ने किया रक्तदान

रिपोर्टर योगेश सोनी @बालोतरा

बालोतरा। मरुधरा सेवा समिति के तत्वाधान में बालोतरा के राजकीय नाहटा अस्पताल के स्थानीय ब्लड बैंक में बुधवार को सामाजिक कार्यकर्ता भटराज जोगसन के जन्मदिन के अवसर पर विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। रक्तदान शिविर में युवा सहित तमाम सामाजिक संगठनों ने भाग लिया। साथ ही युवाओं ने रक्तदान कर दूसरों की जिन्दगी बचाने का संकल्प लिया।


रक्तदान शिविर के आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नितेश आर्य, डॉ. महेश खत्री, नेता प्रतिपक्ष महबूब खां सिंधी, इनरव्हील क्लब अध्यक्ष उमा मूंदड़ा, महावीर इंटरनेशनल अध्यक्ष जवेरीलाल मेहता, कृष्णा सेवा संस्थान अध्यक्ष धर्मेन्द्र दवे, पार्षद कांतिलाल हुण्डिया, जगदीश हिन्दल, टैक्सी यूनियन अध्यक्ष धूड़ाराम भील, सरपंच सरदार प्रकट सिंह, चित्रा श्रीमाली, राजकुमारी खत्री, यातायात पुलिसकर्मी हुकमाराम सरगरा, सहित राजकीय नाहटा अस्पताल ब्लड बैंक टीम, समाज सेवी व भामाशाह उपस्थित रहे, वही टीम सदस्यों ने भटराज जोगसन के जन्मदिन के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन कर रक्तदान शिविर में 51 यूनिट रक्तदान करवा कर सहयोग किया।


संस्था अध्यक्ष चेतन चौहान ने जानकारी देते हुए बताया कि रक्तदान शिविर का आयोजन राजकीय नाहटा अस्पताल के स्थानीय ब्लड बैंक में सुबह 10 बजे से प्रारंभ शिविर का समापन शाम 4 बजे हुआ। इस दौरान 51 रक्तदाताओं ने महादान किया। मुख्य अतिथियों ने संयुक्त रूप से शिविर का विधिवत शुभारंभ किया।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए बालोतरा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नितेश आर्य ने बताया की जन्मदिन पर पार्टी करना और फिजूल खर्च से अच्छा है रक्तदान करना कम से कम किसी मनुष्य का जीवन बचाया जा सकता है, वही डॉ. महेश ने रक्तदान के फायदे की जानकारी देते हुए बताया कि ब्लड का उत्पादन नहीं किया जा सकता और न ही इसका कोई विकल्प है। लेकिन रक्तदान से किसी की जिन्दगी बचाई जा सकती है। देश में हर साल लगभग 250 सीसी की 4 करोड़ यूनिट ब्लड की जरूरत पड़ती है। सिर्फ 5 लाख यूनिट ब्लड ही मुहैया हो पाता है। हमारे शरीर में कुल वजन का 7% हिस्सा खून होता है। 25 प्रतिशत से अधिक लोगों को जीवन में खून की जरूरत पड़ती है। शरीर के लिए रक्तदान बहुत ही लाभदायक है। साथ ही धर्मेंद्र दवे ने बताया की रक्तदान से हम किसी को नया जीवन दे सकते है। इसलिए प्रत्येक 18 साल से 55 साल के स्वस्थ व्यक्ति को जरूरतमंद लोगों के लिए रक्तदान करना चाइये। इससे किसी को नया जीवनदान मिलता है। साथ ही दवे ने ये भी बताया कि एक माँ अपने बच्चे को नही बचा सकती परन्तु आपका किया गया रक्तदान एक जरूरतमंद व्यक्ति को बचा सकता है। वही संस्थापक श्याम डांगी ने जानकारी देते हुए बताया की बल्ड डोनेशन से हार्ड अटैक की संभावना कम हो जाती है, डॉक्टर्स का मानना है की डोनेशन से खून पतला पड़ जाता है। पतला खून हृदय लिए अच्छा होता है और नियमित डोनेट करने से कैंसर और दूसरी बीमारियां के होने का खतरा भी कम हो जाता है। मैं भी जरूरतमंद लोगो के लिए रक्तदान करता आ रहा हूं और आज इस रक्तदान शिविर में अपने जीवन मे 37वीं बार रक्तदान किया है। वही मुख्य अतिथियो द्वारा आयोजनकर्ता, रक्तदाताओं और भामाशाहों को सम्मानित करते हुए प्रशस्ति पत्र व मोमेन्टो देकर सम्मानित किया।

इस दौरान उपाध्यक्ष मोहम्मद रफ़ीक, तालीफ़ खान, महबूब खान, प्रभु भाटी साजियाली, महेंद्र बोस, मुकेश आसोतरा, सफी भाई़, अर्जुन कुड़ी, मुरली दास, प्रकाश जाटोल, जीतू पालीवाल, तुलसाराम खाम्भू, देवीलाल बारूपाल, किशन कुड़ी, सुरेश बारूपाल, गजेंद्र जोगसन, किशोर जाटोल, नेमसा भाटी, अमराराम बोस, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष नेमीचंद बारूपाल, समाजसेवी नेमसा भाटिया, राज पंवार, राजेश भाई, पुखराज सुखाड़िया, रामचंद्र जाटोल, नाथू खान, पूर्ण जाटोल सहित टीम सदस्य व ग्रामीण उपस्थित रहे। शिविर के समापन के समय संस्थापक श्याम डांगी ने ब्लड बैंक टीम और सभी आयोजको, रक्तदाताओं व भामाशाहों के प्रति धन्यवाद जाहिर किया।

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