50 लाख रूपये के लोहे के बीम चोरी का पर्दाफाश, ट्रेलर व हाइड्रा के साथ 8 आरोपी गिरफ्तार

50 लाख रूपये के लोहे के बीम चोरी का पर्दाफाश, ट्रेलर व हाइड्रा के साथ 8 आरोपी गिरफ्तार

रिपोर्टर योगेश सोनी @बालोतरा

बालोतरा। टाटा कंपनी के स्ट्रक्चर फेब्रिकेशन वार्ड से चोरी हुए 50 लाख रूपये के लोहे के बीम चोरी का पर्दाफाश करते हुए कंपनी के सुपरवाइजर, इंजीनियर सहित आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वही चोरी के माल को परिवहन करने में ट्रेलर व हाइड्रा को भी जब्त किया। आरोपियों ने चोरी का माल गुड़ामालानी के कबाड़ी को बेचना कबूल किया है। मास्टरमाइंड अशोक कुमार ने अपने दोस्तो के साथ मिलकर कंपनी के सुपरवाइजर व इंजीनियर को विश्वास में लेते है, इसके बाद उन्हें प्रति गाड़ी हिसाब से रूपये देकर रात के समय माल गाड़ी में भरवाकर फर्जी रसीद के जरिए माल पार करते थे। 

पुलिस के अनुसार टाटा कंपनी के सहायक प्रबंधक अमित सिन्हा ने 7 अक्टूबर को रिपोर्ट पेश कर बताया कि स्टॉक चैकिंग के दौरान बीम के आकार कम पाए गए थे, जो दोनों खंड जिंदल स्टील एवं पावर लिमिटेड से अलग-अलग तिथियों में प्राप्त हुए थे। हमने कुल 469.193 मैट्रिक टन माल विक्रेता से प्राप्त किए थे। इसमें से कुछ ठेकेदार को दे दिया था। इसके बाद वार्ड की चैकिंग कि तो 80 टन माल गायब मिला। इस पर पेश रिपोर्ट पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। दर्ज मामले में पुलिस ने पहले तो चोरी करने के मुख्य आरोपी अशोक कुमार सहित उसके तीनों साथी तगाराम, हिम्मताराम व पाबूराम को दस्तयाब किया। पूछताछ में आरोपियों ने टाटा प्रोजेक्ट के इंजीनियर रोहितसिंह, एम पालमजी टाटा प्रोजेक्ट के सुपरवाइजर मुन्नादास से मिलकर माल चोरी करना स्वीकार किया। इसके बाद पुलिस ने हाइड्रा चालक जितेंद्रसिंह व चोरी का माल परिवहन करने वाले ट्रेलर के चालक कांतिलाल को गिरफ्तार कर पूछताछ की। इस पर दोनो वाहनों को जब्त किया। साथ ही पूछताछ में आरोपियों ने चोरी का माल हीरालाल पुत्र भंवरलाल खटीक निवासी गुड़ामालानी को बेचान करना बताया। पुलिस चोरी का माल खरीदने वाले सहित अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी हुई हैं।

मास्टरमाइंड खुद कंपनी में था सुपरवाइजर

मुख्य आरोपी अशोक कुमार स्वयं टाटा कंपनी की एम पालम्जी कंपनी में सुपरवाइजर का काम करता था। इसके साथ ही ठाकराराम, पाबूराम व हिम्मताराम हेल्पर का काम करते थे। कंपनी के वार्ड में बड़ी मात्रा में पड़े लोहे व स्क्रैप के बीम चोरी को लेकर अशोक कुमार ने पहले अपने साथी हेल्परो के साथ इसे चोरी करने का प्लान किया। इसके सहमत होने के बाद धीरे-धीरे कंपनी के सुपरवाइजर व इंजीनियर को भी लालच देकर साथ में लिया गया। साथी के सहमत होने के बाद ये रात के समय में हाइड्रा मशीन से लोहा ट्रेलर में डालकर वार्ड से पार कर देते थे। इसे गुड़ामालानी स्थित कबाड़ में बेचने के बाद मिलने वाले पैसे को हिस्सेनुसार बांट देते थे। 

इन टीम ने किया चोरी का खुलासा

एएसपी नितेश आर्य व डीएसपी धनफूल मीणा के नेतृत्व में गठित टीम में थानाधिकारी प्रदीप डागा, एसआई भाखरराम, एएसआई गिरधारीराम, हैड कांस्टेबल अशोक कुमार, कांस्टेबल अशोक कुमार, नेमाराम, नेमीचंद, रेखाराम, मुकेश कुमार, हनुमान गुलशन, ओमप्रकाश, चेनाराम, सुखदेव, रणजीत मीणा शामिल थे।

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