अंतर्राजीय नकल गिरोह के दो सरकारी शिक्षकों को बालोतरा पुलिस ने किया गिरफ्तार, REET परीक्षा में बड़े स्तर पर नकल का था प्लान

नकल के लिए 5 अभियर्थियों से लिए 60 लाख रुपए, आरोपी दो सरकारी शिक्षक गिरफ्तार, 9.50 लाख बरामद

रीट परीक्षा से 36 घंटे पहले बालोतरा में नकल गिरोह का पर्दाफाश

रिपोर्टर योगेश सोनी @बालोतरा

बालोतरा। रीट भर्ती परीक्षा से 36 घंटे पहले बाड़मेर के बालोतरा में नकल गिरोह के बड़े नेटवर्क का खुलासा हुआ है। अंतर्राजीय नकल गिरोह के दो सरकारी शिक्षकों को पुलिस ने दस्तयाब किया है। इनके कब्जे से 9.50 लाख रूपये नकद, चेक बुक, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, रीट परीक्षा के दर्जनों एडमिट कार्ड, फर्जी दस्तावेज, प्रिंटर, फोटोकॉपी मशीन, एक बिना नंबरी स्कॉर्पियो गाड़ी को बरामद किया है। चौकाने वाली बात ये है कि इस गिरोह का नेटवर्क केवल राजस्थान में ही नहीं था, देश के कई राज्यों में बड़ी-बड़ी प्रतियोगी भर्ती परीक्षाओं में नकल करवा चुका है। इस गिरोह में बाड़मेर और जालोर के दो शिक्षकों को दस्तयाब किया है और पुलिस कड़ी पूछताछ कर रही है। इसके अलावा करीब दो दर्जन से ज्यादा सरकारी कर्मचारी शामिल है। पुलिस पूछताछ में बड़े खुलासे की संभावना है।


बिना नंबरी स्कॉर्पियो, एडमिट कार्ड, मिक्स फोटो के फर्जी दस्तावेज बरामद

बाड़मेर एसपी आनन्द शर्मा ने बताया कि बालोतरा निवासी किसी रीट परीक्षार्थी को नकल करवाने की सूचना मिली थी। इस पर पुलिस ने एक मकान पर दबिश दी। 12 लाख रूपये लेकर रीट परीक्षा से चार घंटे पहले पेपर सॉल्व करवाकर अभियार्थियो को परीक्षा पास करवाने के मामले में कार्यवाही करते हुए दो शिक्षकों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से 9.50 लाख रूपये नकद और बैंक खातों के दस्तावेज, फोटो व पहचान पत्र बरामद किए है। आरोपी चार घंटे पहले एक्सपर्ट से पेपर सॉल्व करवाकर अभियार्थियो को देने वाले थे। इस पर 5 अभियार्थियों से 12-12 लाख रूपये लेने की जानकारी भी सामने आई है। इसमें एक शिक्षक गिड़ा थाना के लापुंदडा़, जबकि दूसरा चितलवाना के चिड़ावा का सरकारी स्कूल का शिक्षक है। आरोपी दोनो शिक्षक खुद भी नकल गिरोह से पास हुए है।


2018 में नकल कर शिक्षक बना रमेश ही नकल गिरोह का मास्टर माइंड

बालोतरा पुलिस ने शुक्रवार शाम करीब 8.30 बजे मेगा हाइवे पर मुंगडा सर्किल के समीप एक मकान पर दबिश देकर दोनों शिक्षकों को गिरफ्तार किया। इनके कब्जे से 10 लाख की नकद राशि और दस्तावेज बरामद किए है। बताया जा रहा है कि आरोपी रमेश विश्नोई फरवरी 2018 में शिक्षक बना। उसने भी दूसरे आरोपी से पेपर लेकर परीक्षा में बैठा था दूसरा आरोपी लंबे समय से नकल गिरोह और पेपर लीक मामले में सक्रिय है। 


12 लाख में हल किया हुआ पेपर देने की थी तैयारी

आरोपी रमेश विश्नोई ने 5 अभियार्थियो से 12-12 लाख रूपये लिए थे। वही उन्हें परीक्षा से चार घंटे पहले पेपर सॉल्व करवाकर देने का कहा गया था। बताया जा रहा है कि नकल गिरोह में शरीक आरोपी परीक्षा से पहले पेपर आउट करवाकर उसे एक्सपर्ट से सॉल्व करवाते है। इसके बाद अभियार्थियो को आंसर की के साथ देकर पड़ने के बाद हाथों-हाथ सेंटर तक छोड़ आते है। 

सेम शक्ल के अभ्यर्थियों के फोटो, बैंक व पहचान के दस्तावेज मिले

आरोपी रमेश विश्नोई के घर से कई बैंक खातों की डायरियां, चैक व पासबुक मिली है। वही प्रदेशभर के रीट परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्र, पहचान पत्र, उनकी शक्ल से मिलते-जुलते फोटो सहित अन्य पहचान पत्र भी मिले है। पुलिस की टीमें प्रदेशभर में अन्य आरोपियों की तलाश में जुट गई है।

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