बालोतरा। भारतीय सिन्धु सभा इकाई बालोतरा द्वारा महाराजा दाहिर सेन की 1352वी जयंती के उपलक्ष में श्रद्धांजलि का कार्यक्रम आयोजित किया।
अध्यक्ष गोविंदराम आहूजा ने बताया कि महाराजा दाहिर सेन आज के बलोचिस्तान, ईरान, कराची और पूरे सिंध के राजा थे। इन्होंने महान भारत भूमि की रक्षा करते हुए अपना बलिदान दिया। सिंध के राजा दाहिर सेन जिन्होंने युद्धभूमि में लड़ते हुए न केवल अपनी प्राणाहुति दी बल्कि उनके शहीद होने के बाद उनकी पत्नी, बहन और दोनों पुत्रियों ने भी अपना बलिदान देकर भारत में एक नई परम्परा का सूत्रपात किया।
सिंधी समाज के पदाधिकारियों व सदस्यों ने भी महाराजा दाहिर सेन के इतिहास को बताया व श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान सिंधी समाज अध्यक्ष गोविंदराम आहूजा, प्रतापमल लालवाणी, बाबूलाल सुखनानी, वासुदेव बसरानी, योगेश सुखनानी, इंद्रकुमार बसरानी, प्रकाश सोनी, नरेंद्र लालवाणी, अजय चंदानी, विनोद हासवानी, प्रकाश मनवानी, राजा संगतानी सहित समाज के सदस्य मौजूद रहें।
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